बलात्कार के झूठे केस में फंसाने के प्रयास में दो महिला सहित चार आरोपित गिरफ्तार

फरीदाबाद। पुलिस द्वारा अपराध व अपराधियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है इसी कडी में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस चौकी पर्वतीय कालोनी की टीम ने झुठे केस में फसाने की धमकी देकर जबरन वसूली, छीनाझपटी व मारपीट करने के मामले में 2 महिला सहित 4 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।  पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अनिल वासी बधाना राजस्थान ने पुलिस चौकी पर्वतीय कालोनी की टीम को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वह भिवाडी स्थित एक कंपनी में काम करता है, उसके साथ एक गौरी शंकर नाम का व्यक्ति भी काम करता है। कुछ दिन पहले उसके फोन पर एक मिसड कॉल आई, वापस काल करने पर एक महिला ने फोन उठाया और उनकी आपस में बात होने लगी।

महिला ने उसको फरीदाबाद बुलाया, जिस पर वह 14 सितम्बर को गौरी शंकर के साथ चाचा चौक फरीदाबाद आया। जहां पर वह महिला अपनी एक साथी महिला के साथ मिली, जो उनको अपने घर ले गई, जहां पर दो व्यक्ति आये और उसको जबरदस्ती कमरे में बंद कर दिया। फिर झूठे रेप केस में फसाने का डर दिखाकर उससे 10,000 रुपये वसूल लिये, उसके साथ मारपीट की तथा मोबाईल फोन छीन लिया। जिस शिकायत पर थाना सारन में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया।

उन्होंने आगे बताया कि मामलें में कार्रवाई करते हुए मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस चौकी पर्वतीय कालोनी की टीम ने फरीदाबाद निवासी महिला  अभिलाषा(काल्पनिक नाम), प्रतिभा(काल्पनिक नाम) व दीपक तथा जिला अलवर के सोंख निवासी गौरीशंकर को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि गौरी शंकर शिकायतकर्ता के साथ भिवाडी स्थित एक कंपनी में काम करता है जिसकी दूर की रिस्तेदारी में एक महिला अभिलाषा(काल्पनिक नाम) से जानकारी थी, यह महिला फरीदाबाद में रहती है। गोरी शंकर ने शिकायतकर्ता का मोबाईल फोन नंबर उस महिला को दिया था। जिसने इस मोबाईल नंबर को प्रतिभा(काल्पनिक नाम) को दे दिया।

प्रतिभा ने शिकायतकर्ता के पास मिसड कॉल की और उनकी बातें होनी शुरु हो गई। महिला ने शिकायतकर्ता को फरीदाबाद बुलाया, 14 सितम्बर को शिकायतकर्ता गौरी शंकर के साथ फरीदाबाद आया, जहां से उनको अपने घर ले गई। योजना अनुसार आरोपी दीपक व एक अन्य व्यक्ति वहां पर आये और शिकायतकर्ता के साथ मापरीट की व उसके कपडे फाड दिये और झुठे बलात्कार के केस का डर दिखाकर 10,000 रुपये वसूल लिये तथा शिकायतकर्ता का फोन भी छीन लिया। इस पूरे षडयंत्र में गौरी शंकर भी शामिल था। सभी आरोपितों को माननीय न्यायलय में पेश किया गया जहां से दोनों महिला व गोरी शंकर के नीमका जेल में बंद करने के आदेश पारित किय़े गय़े है वहीं दीपक को एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

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