लद्दाख मैराथन में एकॉर्ड अस्पताल बना हेल्थ पार्टनर, लोगों को उपलब्ध करवाई स्वास्थ्य सेवाएं
फरीदाबाद। ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर 86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल ने लद्दाख मैराथन का आधिकारिक रूप से हेल्थ पार्टनर की भूमिका निभाई। जिसमें अस्पताल की तरफ धावकों की स्वास्थ्य जांच तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। अस्पताल के आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट चेयरमैन डॉ. युवराज कुमार ने स्वयं मैराथन में भाग लेकर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति उन्होंने बताया कि मैराथन में देश विदेश से पहुंचे 6,500 से अधिक धावकों ने हिस्सा लिया। अस्पताल की एम्बुलेंस और मेडिकल टीम ने लद्दाख पहुंचकर बाढ़ और भूस्खलन जैसी चुनौतियों के बीच चौबीसों घंटे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराईं। इस दौरान धावकों और प्रतिभागियों को त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सहयोग दिया गया। उन्होंने कहा कि ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी, ठंडी हवाएं और भूस्खलन जैसी कठिन परिस्थितियों के बावजूद लद्दाख मैराथन में लोगों का उत्साह देखने लायक था।
देश-विदेश से आए धावक विकट हालात में भी पूरी ताकत और जुनून के साथ दौड़े। इस आयोजन ने न सिर्फ खेल भावना को बढ़ावा दिया, बल्कि यह भी साबित किया कि सीमाओं और मुश्किल परिस्थितियों के बीच भी मनुष्य का हौसला अडिग रहता है। एकॉर्ड अस्पताल की स्वास्थ्य टीम ने इस पूरे सफर में धावकों को सुरक्षा और त्वरित इलाज उपलब्ध कराया। इसके साथ ही, अस्पताल ने सीमांत क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए लद्दाख के विभिन्न इलाकों कारगिल, द्रास, मुलबेख, डिस्किट, हुंदर, तुरतुक और थांग में मेगा हेल्थ कैंप आयोजित किया।
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इन शिविरों में 2000 से अधिक मरीजों को निशुल्क परामर्श और उपचार प्रदान किया गया। विशेष रूप से भारत के अंतिम गांव थांग में, जहां साल 1971 के बाद पहली बार किसी निजी अस्पताल की वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम पहुँची। इस पहल को ‘सरहद पे स्नेह’ अभियान के तहत चलाया गया, जिसके अंतर्गत दवाइयाँ और कपड़े भी जरूरतमंदों में वितरित किए गए। आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट चेयरमैन डॉ. युवराज कुमार ने कहा, लद्दाख के ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में हड्डियों और जोड़ों की समस्याएं आम हैं। कैंप में बड़ी संख्या में ऐसे मरीज मिले, जिन्हें इलाज और आगे की देखभाल के लिए मार्गदर्शन दिया गया।
हमारा प्रयास है कि सीमांत क्षेत्रों के लोगों को भी बड़े शहरों जैसी चिकित्सा सुविधाएं मिलें। अस्पताल के चेयरमैन डॉ. जितेंद्र कुमार ने कहा कि एकॉर्ड सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का लक्ष्य सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि सीमांत क्षेत्रों तक भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। लद्दाख जैसे दुर्गम इलाकों में हमारी टीम का काम इस संकल्प का प्रतीक है। यह पूरा अभियान इस संदेश को मजबूत करता है कि एकॉर्ड अस्पताल हर परिस्थिति में सीमांत इलाकों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए संकल्पबद्ध है। इस अवसर पर सर्जरी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. प्रबल रॉय, कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. ऋषि गुप्ता, न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट चेयरमैन डॉ. रोहित गुप्ता, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. रामचंद्र सोनी , डॉ. बीजू सहित अनेक डॉक्टर उपस्थित रहे।