जिला प्रशासन ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए बढ़ाई सख्ती, जिला में ग्रैप-टू लागू
डीसी विक्रम सिंह ने जिला वासियों से किया वायु प्रदूषण नियंत्रण करने में भागीदार बनने का आह्वान
फरीदाबाद। जिले में बढ़ते वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए उपायों को और सख्ती से लागू करने के उद्देश्य से उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने स्पष्ट कहा कि जिला में ग्रेडिड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के दूसरे चरण में निर्धारित सभी निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाए। इस संबंध में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि जिला फरीदाबाद में ग्रेप- टू की पाबंदी लागू हो गई हैं, जिसके लिए हमें प्रदूषण नियंत्रण उपायों को पूरी गंभीरता से अपनाना होगा। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, शहरी निकायों सहित अन्य संबंधित विभागाध्यक्षों को कड़े निर्देश दिए कि वे जिला में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाएं। सभी विभाग जिला में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक को नियंत्रित रखने लिए जमीनी स्तर पर मिलकर काम करें।
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डीसी ने निर्देश दिए कि शहर की सभी प्रमुख सडक़ों और औद्योगिक इलाकों में धूल नियंत्रण उपायों पर विशेष ध्यान दिया जाए। संबंधित विभाग नियमित रूप से सडक़ों के किनारे पेड़ों और पौधों पर पानी का छिडक़ाव करवाएं, ताकि धूलकणों से राहत मिल सके। जहां धूल का स्तर अधिक है, उन स्थानों पर एंटी-स्मॉग गन का प्रयोग किया जाए। एनएचएआई और नगर परिषद सडक़ों व राष्ट्रीय राजमार्गों पर धूल के हॉटस्पॉट चिन्हित कर नियमित साफ-सफाई और पानी का छिडक़ाव सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित सभी विभागों को निर्माण कार्यों और औद्योगिक इकाइयों की नियमित जांच करने के निर्देश दिए तथा यह सुनिश्चित करने को कहा कि ग्रेप नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। डीसी ने कहा कि कूड़ा या किसी भी प्रकार के अपशिष्ट जलाने की घटनाओं पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। विभागों को ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण विभाग यह सुनिश्चित करे कि 500 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्र में होने वाले सभी निर्माण कार्यों का विवरण ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज किया जाए। निर्माण के दौरान उत्पन्न मलबे को निर्धारित स्थल पर ही डाला जाए। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण से जुड़ी सभी गतिविधियों की निगरानी और रिपोर्टिंग नियमित रूप से की जाए, ताकि जिला प्रशासन समय पर आवश्यक निर्णय ले सके। डीसी ने कहा कि प्रशासन के प्रयास तभी सार्थक होंगे जब जनता भी सक्रिय सहयोग देगी। उन्होंने पलवल वासियों से अपील की कि वे अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखें, कूड़ा न जलाएं और वाहन प्रदूषण को नियंत्रित रखने के लिए नियमित सर्विसिंग कराएं। उन्होंने नागरिकों से यह भी अनुरोध किया कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि सभी के सम्मिलित प्रयासों से पर्यावरण की गुणवत्ता सुधारी जा सके।
