जन्म-मृत्यु पंजीकरण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, डीसी की निजी अस्पतालों को दो टूक चेतावनी

फरीदाबाद। जिले में जन्म और मृत्यु पंजीकरण की व्यवस्था को पारदर्शी, सटीक और सौ फीसदी कवरेज सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सोमवार को जिला स्तरीय समन्वय समिति (डीएलसीसी) की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त विक्रम सिंह ने की, जिसमें स्वास्थ्य विभाग समेत संबंधित विभागों और संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में उपायुक्त विक्रम सिंह ने जन्म और मृत्यु पंजीकरण की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल यदि निर्धारित समय सीमा में जन्म की सूचना उपलब्ध नहीं कराते, तो उनके खिलाफ नियमों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी संबंधित अधिकारी ऐसे मामलों पर सतर्क निगरानी रखें और समय पर नोटिस जारी कर कार्रवाई सुनिश्चित करें।

अस्पतालों को रिकॉर्ड रखने के निर्देश
डीसी ने कहा कि जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में जन्म और मृत्यु का पूरा लेखा-जोखा अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि रिकॉर्ड अद्यतन नहीं होने की स्थिति में संबंधित संस्थानों की जवाबदेही तय की जाएगी। सही और समय पर डाटा से सरकारी योजनाओं की नीति निर्माण और क्रियान्वयन में मदद मिलेगी।

श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों में रजिस्टर अनिवार्य
मृत्यु के मामलों में पारदर्शिता के लिए शमशान घाटों और कब्रिस्तानों पर चौकीदारों द्वारा रजिस्टर तैयार कर उसे नियमित अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त ने अधिकारियों को आदेश दिए कि वे औचक निरीक्षण करें और रजिस्टर की जांच-पड़ताल सुनिश्चित करें, ताकि मृत्यु से जुड़े सभी आंकड़े सटीक और प्रमाणिक रूप से संकलित किए जा सकें।

मौजूद रहे ये अधिकारी
इस बैठक में एडीसी सतबीर मान, एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, सीएमओ डॉ. जयंत आहूजा, डॉ. मान सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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