एनपीटीआई की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर का विदाई समारोह आयोजित

- डॉ.ठाकुर बोलीं - एक-एक तिनका उठाकर बनाया गया सुदृढ़ घोंसला है अब एनपीटीआई

फरीदाबाद। सेक्टर-33 स्थित विद्युत मंत्रालय के राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (एनपीटीआई) में संस्थान की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर के सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने यादगार उपहार भेंट कर भावभीनी विदाई दी। डॉ. ठाकुर ने 1 सितंबर 2021 को एनपीटीआई के महानिदेशक का पदभार संभाला था और अपने कार्यकाल में संस्थान को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया।

अपने विदाई संबोधन में डॉ. ठाकुर ने कहा कि जब उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली थी, तब संस्थान अनेक चुनौतियों का सामना कर रहा था। संस्थानों की आर्थिक स्थिति सीमित थी और संसाधन बिखरे हुए थे। उन्होंने देशभर के 11 एनपीटीआई संस्थानों को एक साझा दृष्टि से जोड़ने का संकल्प लिया और सभी संस्थानों के प्रमुखों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग से यह संकल्प सफल हुआ।
एनपीटीआई के समस्त अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2021 में कोविड महामारी के समय लगभग 21 करोड़ रुपए की स्थिति से शुरुआत करते हुए, संस्थान आज करीब 100 करोड़ रुपए के स्तर तक पहुँचा है। यह उपलब्धि महानिदेशक के कुशल नेतृत्व एवं कर्मचारियों के समर्पण, टीम भावना और सहयोग का परिणाम है। उन्होंने इसे एक-एक तिनका उठाकर  सुदृढ़ घोंसला बनाया है।

अपने कार्यकाल के दौरान डॉ. ठाकुर ने एनपीटीआई में कई महत्वपूर्ण पहलें कीं- मिशन समर्थ, साइबर सिक्योरिटी, स्काडा, फाउंडेशन प्रोग्राम, पीएम सूर्य घर योजना एवं पीजीडीसी कोर्स जैसी परियोजनाओं की शुरुआत की। वर्षों से बंद पड़े एमबीए कोर्स को पुनः प्रारंभ कर संस्थान को आर्थिक मजबूती प्रदान की। इसके अलावा, प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ अनेक एमओयू किए गए, जिनमें हाल ही में आईआईएम नागपुर के साथ शुरू किया गया ई-एमबीए कोर्स भी शामिल है, जिसने एनपीटीआई की राष्ट्रीय पहचान को और सशक्त किया है।
डॉ. ठाकुर ने कहा कि यह यात्रा केवल एक पड़ाव है, और भविष्य में भी एनपीटीआई को उत्कृष्टता, नवाचार और संगठन-शक्ति की दिशा में निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपने जिस निष्ठा, उत्साह और सहयोग से इस संस्था को संभाला है, वही इसकी असली पूंजी है। समारोह में एनपीटीआई के वरिष्ठ अधिकारियों, विभिन्न इकाइयों के प्रमुखों और कर्मचारियों ने डॉ. ठाकुर के योगदान को याद करते हुए उनके नेतृत्व को प्रेरणादायक बताया। सभी ने उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

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