वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर राष्ट्र को समर्पित भव्य ऐतिहासिक आयोजन

गुरुग्राम। वंदे मातरम् के डेढ़ सौ वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर मण्डल बाल कल्याण परिषद्, गुरुग्राम के तत्वावधान में “राष्ट्र को समर्पित एक शाम – राष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह” का आयोजन जॉन हॉल, सिविल लाइंस, गुरुग्राम में गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। यह आयोजन राष्ट्रभक्ति, सांस्कृतिक चेतना और साहित्यिक मूल्यों का सशक्त संगम सिद्ध हुआ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रांत खंडेलवाल, क्षेत्रीय संगठन मंत्री, भारतीय विकास परिषद् ने की। अपने अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक है। ऐसे आयोजनों के माध्यम से नई पीढ़ी को राष्ट्रप्रेम, संस्कार और सामाजिक दायित्वों से जोड़ना समय की आवश्यकता है। उन्होंने साहित्य को समाज को दिशा देने वाला सशक्त माध्यम बताया।
कार्यक्रम को वैचारिक दिशा प्रदीप शर्मा, प्रांत संपर्क प्रमुख, हरियाणा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सानिध्य में प्राप्त हुई। उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में साहित्य, संस्कृति और संगठन की भूमिका सदैव निर्णायक रही है। वंदे मातरम् ने देश को एक सूत्र में बाँधने का कार्य किया है।

मुख्य अतिथि डा. सुषमा गुप्ता (मानद् महासचिव, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद्, चंडीगढ़) ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि वंदे मातरम् नारी शक्ति, मातृत्व और राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव जागृत करता है। बाल कल्याण और सामाजिक चेतना के क्षेत्र में ऐसे आयोजन समाज को सकारात्मक दिशा देते हैं। उन्होंने आयोजकों को इस विचारशील पहल के लिए शुभकामनाएँ दीं। अति विशिष्ट मुकेश वशिष्ठ, मीडिया कोऑर्डिनेटर, मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन सामाजिक संवाद और सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

विकास कुमार (सचिव, रेडक्रॉस सोसाइटी गुरुग्राम) ने युवाओं में साहित्य और राष्ट्रचिंतन के प्रसार को समय की आवश्यकता बताया।
कमलेश शास्त्री (मण्डल बाल कल्याण अधिकारी, मुख्यालय) ने कहा कि बाल कल्याण के साथ संस्कार और संस्कृति का जुड़ाव समाज को मजबूत बनाता है।

विमल खंडेलवाल (प्रदेश अध्यक्ष, अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच) ने समाजसेवा और राष्ट्रहित में साहित्य की भूमिका पर प्रकाश डाला।
सुशील कण्व (प्रधानाचार्य) ने विद्यार्थियों में राष्ट्रभक्ति जागृत करने के लिए ऐसे आयोजनों को प्रेरणादायक बताया।
नरेंद्र सिंह ‘एप्पल मैन’ ने कहा कि समाजसेवा और राष्ट्रप्रेम दोनों एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और साहित्य इन्हें जोड़ने का सशक्त माध्यम है।
संस्था की ओर से सभी अतिथियों को दुपट्टा एवं स्मृति-चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित शिक्षाविदों एवं समाजसेवियों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया, जिससे आयोजन की गरिमा और बढ़ गई।

राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में सुनहरी लाल तुंत (हास्य), सतीश एकांत (गीतकार), सरला मिश्रा (गीत), उमाकांत बिरमूल (सबरस) एवं मोहित मनोहर (ओज) ने अपनी प्रभावशाली प्रस्तुतियों से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। कवियों की ओजस्वी, भावपूर्ण और हास्य से भरपूर रचनाओं ने श्रोताओं को अंत तक अपनी सीटों से बाँधे रखा और सभागार तालियों से गूंजता रहा।

कार्यक्रम की व्यवस्थापक रश्मि चौकसे राय, संस्थापक निदेशक, ओम टीम संपर्क द्वारा किया गया। अंत में आयोजकों ने सभी अतिथियों, कविगणों, शिक्षाविदों एवं उपस्थित नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी ऐसे राष्ट्रहित एवं साहित्यिक आयोजनों को निरंतर आयोजित करने का संकल्प व्यक्त किया।

इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी शैलेंद्र राष्ट्रपति अवार्डी,आशा भारद्वाज जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा भाजपा पलवल, प्रधानाचार्य जगमोहन रावत प्रधानाचार्य शिव कुमार गुप्ता प्रधानाचार्य डॉ पूजा शर्मा प्राचार्य मिथिलेश, वरिष्ठ समाज सेवी श्यामवीर चंदेला, हिंदुस्तान स्काउट एंड गाइड के सचिव अजय शर्मा,रिशाल सिंह, फेनवे ग्रुप के डायरेक्टर मुकुल गर्ग,अखिल भारतीय मानव विकास परिषद की अध्यक्ष कोमल माथुर, सतयुग दर्शन ट्रस्ट के सदस्य दीपा बवेजा, सुनीता विरमानी,राष्ट्र निर्माता सम्मान के सभी सम्मानित सदस्य गण व बाल कल्याण परिषद के अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे

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