मनीष सिसोदिया के घर CBI का छापा: दिल्ली के डिप्टी CM बोले- स्वागत है, जांच एजेंसी ने कहा- अफसर सिर्फ कागज लेने गए थे

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को ट्वीट कर दावा किया कि CBI ने उसके दफ्तर पर छापा मारा है। उन्होंने टीम का स्वागत किया। इधर, जांच एजेंसी ने छापे की बात से इनकार करते हुए कहा- हमारे अफसर उनके दफ्तर से कुछ कागज लेने गए थे।

सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा- CBI उनके घर पर पहले भी छापा मार चुकी है। उनके गांव भी पहुंच चुकी है। CBI को उनके खिलाफ ना कुछ मिला है, ना कुछ मिलेगा। मनीष सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। उन्होंने ईमानदारी से बच्चों की शिक्षा के लिए काम किया है।

बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कथित आबकारी घोटाले की CBI जांच की सिफारिश की थी। एजेंसी ने सिसोदिया समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। CBI ने इस केस में सिसोदिया से कई घंटे पूछताछ की थी और उनके आधिकारिक आवास पर छापे मारे थे।

चार महीने पहले CBI ने खंगाला था सिसोदिया का बैंक लॉकर
दिल्ली की शराब नीति में गड़बड़ी के मामले में जांच में जुटी CBI ने चार महीने पहले डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के लॉकर की तलाशी पूरी की। गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर 4 की पंजाब नेशनल बैंक में मनीष सिसोदिया का बैंक लॉकर है। CBI की टीम ने बैंक में 45 मिनट तक लॉकर की जांच की। इस दौरान मनीष सिसोदिया और उनकी पत्नी भी बैंक में मौजूद रहीं।

मनीष बोले- पीएम की सारी जांच में मुझे क्लीन चिट
मनीष ने कहा, “जन्माष्टमी के दिन CBI ने मेरे घर पर रेड डाली थी। उस वक्त वो मेरी पत्नी के लॉकर की चाबी लेकर गई थी। आज CBI की टीम इसी लॉकर को खोलने के लिए बैंक में आई थी। उन्होंने हमें भी बुलाया था। लॉकर से मुश्किल से 70–80 हजार रूपए कीमत के बच्चों के पत्नी के जेवरात मिले हैं। जांच सबूत है कि मैं और मेरा परिवार पाक-साफ निकले हैं। प्रधानमंत्री की सारी जांच में मुझे क्लीन चिट है।”

क्यों सवालों में केजरीवाल की नई शराब नीति?

दिल्ली की नई आबकारी नीति में गड़बड़ी का आरोप है। यह भी आरोप है कि इस नीति के जरिए शराब लाइसेंस धारियों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाया गया है। लाइसेंस देने में अनदेखी हुई है। टेंडर के बाद शराब ठेकेदारों के 144 करोड़ रुपए माफ करने का आरोप है।

रिश्वत के बदले शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचाने और कोरोना के बहाने लाइसेंस फीस माफ करने जैसे भी आरोप हैं। इसी सिलसिले में CBI दिल्ली ने पिछले दिनों एक एफआईआर की है, जिस पर जांच जारी है।

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