WazirX द्वारा किए गए व्यापक सर्वेक्षण से डिजिटल परिसंपत्तियों में निवेश के बारे में गहरी परख का पता चला

यह समझने के उद्देश्‍य से किए गए एक व्यापक सर्वेक्षण में कि पिछले कुछ सालों से लोग किस तरह से डिजिटल परिसंपत्तियों से संबद्ध हैं, भारत के प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX द्वारा देश में निवेश रुझानों और क्रिप्टो के प्रति उत्साही लोगों का निवेश उद्देश्य प्रकाश में लाया गया है। इस सर्वेक्षण में 18 से लेकर 60 साल से अधिक आयु के अलग-अलग उत्तरदाताओं को शामिल किया गया था। यह सर्वेक्षण वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों के मामले में कराधान की बारीकियों के इर्द-गिर्द निवेशक जागरूकता पर भी प्रकाश डालता है।

WazirX द्वारा प्रकाशित सर्वेक्षण से दिलचस्प पहलुओं पर प्रकाश पड़ता है जैसे कि निवेश की बारंबारता, निवेश की गई कुल राशि और इस बात पर भी प्रकाश पड़ता है कि निवेशक अपनी डिजिटल परिसंपत्तियों का किस प्रकार उपयोग कर रहे हैं। भारत में क्रिप्टो स्‍वामियों की आबादी बढ़ रही है, और इस सर्वेक्षण का उद्देश्य पिछले कुछ सालों में क्रिप्टो के प्रति उत्साही भारतीय लोगों की संबद्धता के रुझानों को समझना था।

WazirX क उपाध्‍यक्ष राजगोपाल मेनन के अनुसार, “पिछले कुछ सालों में क्रिप्टो भारतीय निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है। हालाँकि यह देखना उत्साहजनक रहा है कि बाजार में मंदी के बावजूद भी उपयोगकर्ताओं का वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों के प्रति आकर्षण जारी है। वैश्विक नियामकीय घटनाक्रमों के साथ, इस आकर्षण में घातीय वृद्धि दिखने की उम्‍मीद है।”

इस सर्वेक्षण के कुछ दिलचस्प निष्कर्ष इस प्रकार हैं:

क्रिप्टो में निवेश की बारम्‍बारता:

जहाँ अधिकांश उत्तरदाता बार-बार निवेश करने वाले लोग नहीं थे, वहीं 19.4% सक्रिय निवेशक थे, और 21% ने महीने में एक बार निवेश करना स्‍वीकार किया। दिलचस्प बात यह है कि 7.1% पुरुष उत्तरदाता क्रिप्टो में साप्ताहिक निवेश करने वाले थे।

आकर्षण का रुझान:

हमारे सर्वेक्षण में 18-30 साल के निवेशकों ने इस बात का खुलासा किया कि उन्होंने 2017 की शुरुआत में ही क्रिप्टो में निवेश करना शुरू कर दिया था। 40% निवेशक अभी तक डिजिटल परिसंपत्तियों में 40,000 रूपए से अधिक का निवेश चुके थे, जो डिजिटल परिसंपत्ति में निवेश के प्रति बढ़ता आकर्षण दर्शाता है। वास्तव में, बाजार में मंदी के बावजूद, इस आयु वर्ग के 80% निवेशकों ने बताया कि उन्होंने पिछले एक साल में क्रिप्टो में निवेश किया है।

31-45 साल के निवेशकों में, 50% ने वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों में 40000 रूपए से अधिक का निवेश किया था। इस आयु वर्ग के 40% निवेशकों ने 2021 से निवेश करना शुरू किया था, जबकि 3% ने 2014 की शुरुआत से निवेश करना शुरू किया है। पिछले एक साल में, 84% निवेशकों ने क्रिप्टो में निवेश किया है।

45-60 साल के निवेशकों में, 40% उत्तरदाताओं ने वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों में 40000 रूपए से अधिक का निवेश किया है। इस आयु वर्ग के 60% उत्तरदाताओं ने 2021-2023 के बीच निवेश करना शुरू किया था।

डिजिटल परिसंपत्तियों का उपयोग:

सभी उत्तरदाताओं में बहुसंख्‍यक यानी 53.2% होडलर थे, जिसका मतलब यह है कि उन्होंने लंबे समय में प्रतिफल की आशा में निवेश किया था। 85% महिला उत्तरदाता होडलर थीं, जबकि पुरुष उत्तरदाताओं का अनुपात 53.8% था।

 

बीते 1 साल में, पुरुष और महिला दोनों उत्तरदाताओं की एक बड़ी संख्या ने क्रिप्टो की होडलिंग और ट्रेडिंग साथ-साथ की जबकि 27.4% ने कथित तौर पर दोनों किया। सभी उत्तरदाताओं (पुरुष और महिला) में से 14.5% उत्‍तरदाता सक्रिय ट्रेडर थे।

 

निवेश का उद्देश्य:

निवेश करने के पीछे उत्‍तरदायी सबसे आम कारण निवेश से उच्च प्रतिफल की आशा थी, इसके बाद उदीयमान तकनीकों में सबसे आगे बने रहने का इरादा था।

 

18-30 साल के लोगों में, 56% निवेशक निवेश से उच्च प्रतिफल के लिए निवेश करना चाहते थे, जबकि 28% सबसे आगे बने रहने के लिए निवेश करना चाहते थे। 31-45 साल के निवेशकों में, 38.5% उच्च प्रतिफल के लिए निवेश करना चाहते। 19% वित्तीय परिसंपत्तियों पर अधिक नियंत्रण रखने के लिए निवेश करना चाहते थे जो निवेश के एक साधन से परे डिजिटल परिसंपत्तियों के बारे में उनके ज्ञान का परिचय देता है। दिलचस्प बात यह है कि 45 से 60 साल और 60 से अधिक साल के निवेशकों के बीच, निवेश से उच्च प्रतिफल की आशा और सट्टेबाजी पर परिसंपत्तियों से फायदा उठाने की चाहत सबसे बड़ा कारण था।

 

कर

इस सर्वेक्षण में पता चला कि 75% उत्तरदाताओं को इस बात की जानकारी है कि भारत में क्रिप्टो पर किस तरह कर लगाया जाता है, 16% ने इस संबंध कुछ जानकारी होने का दावा किया, जबकि 8.9% को इसके बारे में नहीं पता था। 19.4% उत्तरदाताओं द्वारा बताया कि वे क्रिप्टो टैक्‍स फाइलिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करें जबकि 24.2% ने उल्लेख किया कि वे खुद टैक्‍स फाइल करेंगे।

Related Articles

Back to top button