पाली व मोहब्बता बाद के स्टोन क्रेशरों पर हरियाणा उदय/ आउट रिच के तहत स्वास्थ्य शिविर का समापन

महिलाओं के लिए मातृत्व लाभ और बच्चों को स्कॉलरशिप, कन्यादान  इत्यादि भी सहायता श्रम विभाग द्वारा दी जाती है

फरीदाबाद, 27 जुलाई।  डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि पाली व मोहब्बता बाद के स्टोन क्रेशरों पर हरियाणा उदय/ आउट रिच के तहत स्वास्थ्य शिविर का आज वीरवार को  समापन हो गया है। उन्होंने कहा कि शिविर में 177 मजदूरों की स्वास्थ्य जांच चिकित्सकों द्वारा की गई है। वहीं श्रम विभाग द्वारा सिलिकोसिस से पीड़ित मजदूरों को ₹5 लाख  की सहायता राशि दी जाती है। महिलाओं के लिए  मातृत्व लाभ और बच्चों को स्कॉलरशिप, कन्यादान  इत्यादि भी सहायता श्रम विभाग द्वारा दी जाती है।
डीसी विक्रम सिंह जिला में हर वर्ग के लोगों के लिए स्वास्थ्य सम्बन्धी और अन्य जन हितैषी और विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं और परियोजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए निरंतर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं। इसी के मद्देनजर  सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आउट रिच/ हरियाणा उदय  कार्यक्रमों की श्रृंखला में मजदूरों के स्वास्थ्य के बारे में जानेंगे व उनके स्वास्थ्य की जांच की  गई है। जिन मजदूरों की अभी तक स्वास्थ्य जांच नहीं हो पाई है उनकी  स्वास्थ्य की आगे की जाएगी।
बता दें कि डीसी विक्रम सिंह के दिशा-निर्देश पर  हरियाणा उदय/ आउट रिच कार्यक्रमों के तहत लेबर डिपार्टमेंट द्वारा  पाली व मोहब्बता बाद के स्टोन क्रेशरों पर श्रम आयुक्त श्री मनीराम शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में लगातार तीन दिनों तक मजदूरों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। वहां पर  मजदूरों को  बताया गया कि लेबर डिपार्टमेंट लेबर की सहायता व लेबर और फैक्ट्री मालिकों के बीच अच्छा संबंध बनाए रखने के लिए, किसी भी मजदूर को स्वास्थ्य के प्रति कोई भी सुझाव या कोई समस्या हो तो लेबर कोर्ट कंपलेक्स में दूसरी मंजिल पर कमरा नंबर 200 में संपर्क कर सकते हैं। सरकार की प्राथमिकता है कि हर मजदूर को विभागीय सहायता दी जा सके, मजदूरों को भी निष्ठा व मेहनत से काम करना चाहिए। श्रम विभाग उनकी सहायता के लिए तत्पर तैयार है।
सहायक निदेशक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सर्टिफाइंग सर्जन डॉक्टर हरेंद्र मान के मार्गदर्शन में स्टोन क्रेशरों पर लगातार तीन दिनों तक चलाए गए स्वास्थ्य शिविर का आज समापन हो गया है। डॉ हरेन्द्र मान ने आगे यह भी बताया इस धूल से फेफड़ों को बचाने के लिए मास्क पहन कर काम करना चाहिए, अन्यथा सिलिकोसिस जैसी गंभीर बीमारी होने की संभावना रहती है। वहीं डॉ हरेन्द्र मान ने जिला फरीदाबाद के सभी कारखाना मालिकों से अपील करते हुए कहा कि जिन कारखानों में धूल व धुआं होता है। वहां अपने मजदूरों को मास्क मुहैया जरूर कराए जाएं। ताकि मजदूरों के व्यावसायिक स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा सके। वहीं यदि किसी मजदूर में बीमारी का लक्षण दिखाई देता है, तो तुरंत लेबर कोर्ट कंपलेक्स में स्थित उनके कार्यालय में सूचना दी जाए। मजदूर स्वास्थ्य जांच शिविर में श्रम विभाग के वीरसेन, नागेश, शैलेन्द्र सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

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