ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी सुलझी , क्राइम ब्राचं सेक्टर 30 ने 2 आरोपियो को किया गिरफ्तार

जमीनी विवाद के चलते किडावली गांव में गोली मारकर की गई जोगेंद्र की हत्या के मामले में अपराध शाखा 30 को मिली कामयाबी। गांव किडावली में पांच एकड़ जमीनी विवाद ने ली जोगेंद्र की जान। फरीदाबाद: 26 दिसंबर, बता दें कि दो-तीन दिसंबर की रात किरावली गांव एरिया में फार्म हाउस में जोगिंदर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी मौके पर थाना भोपाल प्रबंधक रेसिपी कराएं क्राइम ब्रांच की टीम और FSL की टीम पहुंची थी इस संबंध में थाना भूपानी में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसकी तफ्तीश क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 द्वारा की जा रही थी डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा तथा एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 30 प्रभारी इंस्पेक्टर सेठी मलिक की टीम ने हत्या के मुकदमे में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में उधम और बलजीत उर्फ बल्ली का नाम शामिल है। आरोपी बल्ली फरीदाबाद के गांव किडावली का ही रहने वाला है वहीं आरोपी उधम पड़ोसी गांव दलेलपुर का निवासी है। 3 दिसंबर को भूपानी थाने में हत्या और अवैध हथियार की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें आरोपियों ने किडावली के रहने वाले जोगेंद्र नाम के व्यक्ति की हत्या कर दी थी। पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी उधम सिंह ने बताया कि मृतक जोगेंद्र की गांव किडावली में 5 एकड़ जमीन थी जो वर्ष 2018 में उसने दिल्ली के गड्ढा कॉलोनी निवासी अख्तर को ढाई करोड़ रुपए में बेच दी थी जिसके लिए अख्तर ने जोगेंद्र को 35 लाख रुपए बयाने के तौर पर दिए थे और बाकी बकाया रकम देने के लिए टाइम मांगा था। बयाने के पश्चात अख्तर ने जोगेंद्र की जमीन पर प्लॉटिंग शुरू कर दी परंतु अख्तर ने टाइम पर पैसे नहीं दिए तो जोगेंद्र ने आरोपी उधम के साथ मिलकर करीब 8 महीने पहले अख्तर से अपनी जमीन का कब्जा वापस छुड़वा लिया और जोगेंद्र का जमीन पर दोबारा कब्जा हो गया। कब्जा मिलने के पश्चात जोगेंद्र जमीन पर अपना मकान बनाकर रहने लगा। कब्जा वापिस मिलने के बाद आरोपी उधम ने जोगेंद्र से उसकी जमीन का कब्जा वापिस दिलवाने की एवज में जमीन का कुछ हिस्सा मांगा जिसको लेकर दोनों में तनातनी हो गई। जोगेंद्र को डराने के लिए जून 2022 में आरोपी द्वारा जोगेंद्र पर फायरिंग भी करवाई गई थी जिसकी ना तो जोगेंद्र ने कहीं पर शिकायत की और ना ही इस पर कोई कार्यवाही करवाई। तनातनी का मामला बढ़ते बढ़ते दिसंबर 2022 तक आ पहुंचा। आरोपी उधम इस बात को लेकर काफी परेशान था कि मैंने उसकी जमीन का कब्जा भी छुड़वा दिया लेकिन उसने मुझे बदले में कुछ नहीं दिया। इसी बात से तैश में आकर आरोपी उधम सिंह ने जोगेंद्र को जान से मारने का प्लान बनाया। इस प्लान में उसने अपने साथी बल्ली निवासी को साथ में लिया और मुताबिक प्लान अवैध असला व मोटरसाइकिल का इंतजाम करके जब जोगेंद्र अपने घर के बाहर अपने पालतू कुत्ते को टहला रहा था उसी दौरान जोगेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी और वहां से फरार हो गए। 3 दिसंबर को भूपानी थाने में हत्या तथा अवैध हथियार अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच ने मामले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपियों की उम्र करीब 22 से 24 वर्ष है तथा दोनो ने साथ में ही पढ़ाई की है और दोनों अच्छे दोस्त हैं। आरोपी उधम ड्राइवरी और आरोपी बल्ली खेती करता है ।आरोपी ने बताया कि जमीन का कब्जा वापस मिलने के पश्चात जब उन्होंने जोगेंद्र से जमीन का कुछ हिस्सा मांगा तो वह आनाकानी करने लगा। आरोपियों को लगा कि उन्होंने जोगेंद्र के लिए इतना कुछ किया और उन्हें कुछ नहीं मिला तो आरोपियों ने तैश में आकर जोगेंद्र की हत्या कर दी। आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और मामले में गहनता से पूछताछ करके वारदात में उपयोग हथियार तथा मोटरसाइकिल बरामद की जाएगी।

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