दिव्यांगजनों के जीवन को बेहतर बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है मोदी सरकार : कृष्ण पाल गुर्जर

कहा, इंग्लैंड और जर्मन की तर्ज पर किए जा रहे हैं दिव्यांगजनो को 23 प्रकार के आधुनिक तकनीक के कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरण

फरीदाबाद, 24 सितम्बर भारत सरकार के भारी उद्योग और ऊर्जा विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि दिव्यांगजनों को मोदी सरकार द्वारा मुख्यधारा में जोड़ने का हर संभव प्रयास कर रही है। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर आज रविवार को भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण कंपनी, नवादा सेक्टर- 110 ए, में भारत सरकार सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की एडिप एवं वयोश्री योजना के अंतर्गत दिव्यांगजन और वरिष्ठ नागरिक हेतु जिला रेडक्रास सोसायटी द्वारा एलिम्को की भागीदारी के साथ दिव्यांग कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरण शिविर में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर वहां उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। केद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि दिव्यांगजनों और वयोश्री को भारत सरकार की योजनाओं के तहत आपको आपकी जरुरत के हिसाब से निःशुल्क उपकरण देने का कार्यक्रम आज यहाँ आयोजित किया गया है।

उन्होंने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की बागडोर संभाली है तबसे दिव्यांगों के लिए अनेक योजनाएं मोदी सरकार ने बनाई है और दिव्यांगजन हमारे समाज का बहुत महत्वपूर्ण अंग है। इनको किसी की दया की जरुरत नहीं होती। इनको जरुरत होती है तो सिर्फ प्यार से की जाने वाली सहायता की। आज से चार पांच साल पहले एक बेटी ने जो की 80 प्रतिशत दिव्यांग होते हुए भी देश की सबसे सर्वश्रेष्ठ यूपीएससी की परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया था। दिव्यांजन में प्रतिभा की भी कोई कमी नहीं होती। खेलों के क्षेत्र में अगर हम ओलंपिक में चार पदक जीत कर लाते है तो पैरा ओलंपिक में इससे ज्यादा पदक दिव्यांगजन लेकर आते है। दिव्यांगजन में अद्भुत क्षमताएं है। इनकी क्षमताओं का उपयोग देश हित में हो इसके लिए उनकी सभी जरूरतों को पूरा किया जाए। उन्होंने कहाकि जितना भी दिव्यांगों और बुजुर्गो के लिए जो सामान बनता है पहले यह सब कानपुर में बनकर सब जगह भेजा जाता था और यह  सब सामान फरीदाबाद में बन रहा है और यहाँ से दूसरी जगह भी भेजा जा रहा है।

मोदी सरकार ने 2016 में एक कानून पास करवा कर सात तरह की दिव्यांगता को बढ़ाकर 16 तरह की दिव्यांगता किया ताकि किसी भी तरह से दिव्यांग व्यक्ति हो उसको भारत सरकार की योजनाओ का लाभ मिल सके। दिव्यांग जनों के नौकरियों में 3 से 4 प्रतिशत आरक्षण बढ़ाकर उनके बैकलॉग को पूरा किया है। वहीं शिक्षा के क्षेत्र में भी दिव्यांग जनों के आरक्षण को बढ़ाकर 3 से 5 प्रतिशत  करने का काम किया है और दिव्यांग जनों के सर्विस बैकलॉग को 100 प्रतिशत भरकर पूरा किया गया है। मोदी जी की सोच है जब तक समाज के अंतिम व्यक्ति को हम मजबूत नहीं करेंगे देश मजबूत नहीं हो सकता। मोदी जी अपना जन्मदिन सेना, दिव्यांगजन और आदिवासी क्षेत्रों में जाकर मानते है। मोदी जी ने जर्मनी और इंग्लैंड की कंपनियों से समझौता किया की जैसे जर्मनी और इंग्लैंड में आधुनिक हाथ पैर, इलेक्ट्रोनिक व्हीलचेयर, कानो की मशीन वहां बनती है अब  इंग्लैंड और जर्मन की तर्ज पर दिव्यांग जनों के लिए वहीं इलेक्ट्रोनिक व्हील चेयर और अन्य सहायक उपकरण अब देश में नवादा में ही बनाए जा रहे हैं। पहले 80 प्रतिशत से ज्यादा दिव्यांगता वाले व्यक्ति को कही आने जाने के लिए किसी न किसी सहायक की जरुरत पड़ती थी। अब 80 प्रतिशत से ज्यादा दिव्यांता वाले व्यक्ति को बैटरी वाली साइकिल दी जा रही है ताकि वह स्वयं बिना किसी की मदद के कही भी आ जा सके।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिव्यांग जनों के लिए सुगम्य भारत अभियान के तहत रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एयरपोर्ट सहित तमाम शौचालय पर भी रैंप बना कर उन्हें स्वावलंबी बनाने का काम किया है। फरीदाबाद जिला में भी लगभग छह लाख रुपये की धनराशि के प्रति कोकलियर इंप्लांट सैकड़ों युवाओं को लाभ मिला है और देश में हजारों युवाओं इसका फायदा ले चुके हैं और वे जीवन की मुख्यधारा में जी रहे हैं। दिव्यांगजनों को सशक्त, स्वावलम्बी एवं समावेशी वातावरण प्रदान करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।   केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने बताया कि भारत सरकार की एडिप एवं राष्ट्रीय वयोश्री योजना अन्तर्गत एलिम्को द्वारा दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए निःशुल्क सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए परीक्षण शिविरों का आयोजन किया गया था। जिसमें  कुल 843 लाभार्थियों में 243 दिव्यांगजन तथा 640 वरिष्ठ नागरिकों को चिन्हित किया गया था। योजना के अंतर्गत इन चिन्हित लाभार्थियों को लगभग 78,36 लाख रुपये की धनराशि के 3706 सहायक उपकरण का वितरण किया गया। शिविर में एडिप और आर.वी.आई के वितरित किए जाने वाले कुल सहायक उपकरणों में 73 मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल, 53 ट्राईसाइकिल, 85 फोल्डिंग व्हीलचेयर, 05 ब्रेल किट, 37 वाकर, 09 सी.पी. चेयर, 138 बैसाखी, 488 वॉकिंग स्टीक (छड़ी), 543 बी.टी.आई (कान की मशीन), 01 स्मार्ट केन, 12 सुग्मय केन, 06 स्मार्ट फ़ोन, 02 कृत्रिम अंग एवं कैलिपर्स, 14 ट्राइपॉड, 06 टेटापोड, 455 चश्मे, 129 चेयर स्टूल कमोड के साथ, 950 नी ब्रेस, 109 सर्वाइकल कोलर, 30 स्पाइनल स्पोर्ट, 554 एल.एस. बेल्ट, 09 फुटवियर शामिल हैं। कार्यक्रम में एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण कंपनी के प्रबंधक हरीश कुमार, वाइस चेयरमैन हरियाणा रेड क्रॉस श्रीमती सुषमा गुप्ता, जिला रैडक्रास के सचिव बिजेन्द्र सोरोत, जिला प्रशिक्षण अधिकारी पुरुषोत्तम सैनी, अजय बैसला, जयपाल, संजू चपराना सहित अन्य कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

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