सेवा से सुखी बनता है जीवन-डॉ. राज नेहरू
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में शुरू हुआ साप्ताहिक एनएसएस शिविर
![Every voter should participate in the great festival of democracy, it is mandatory to exercise the right to vote.](/wp-content/uploads/2024/05/39-4-780x470.jpg)
फरीदाबाद। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि सेवा भाव से हम जीवन को सुखी और दीर्घ बना सकते हैं। सेवा से हमारा अंत:करण प्रसन्न और संतुष्ट होता है। वह विश्वविद्यालय में सात दिवसीय एनएसएस कैंप का उद्घाटन करते हुए मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे। इस शिविर में विभिन्न कक्षाओं के 90 विद्यार्थी हिस्सा ले रहे हैं।
कुलपति डॉ. राज नेहरू ने विद्यार्थियों को जीवन में समाज को केंद्रित करते हुए उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सेवा करने से सकारात्मकता आती है और अच्छा भाव रखने वाले लोग आपकी ओर आकर्षित होते हैं। जीवन में कठिनाइयों का समाधान मिलना शुरू हो जाता है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने विद्यार्थियों से कहा कि वह एनएसएस में स्वेच्छा और ईमानदारी से सेवा करें। केवल प्रमाणपत्र प्राप्त करना किसी का उद्देश्य नहीं होना चाहिए।
विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में सब कुछ संभव है। हमें यह मानना होगा कि मेहनत और प्रयास से सब संभव है। आप जीवन की आकांक्षा करें, परफेक्शन के चक्कर में अपना चैन न गंवाएं, बल्कि उत्कृष्ट करते चलें। प्रोफेसर ज्योति राणा ने कहा स्वयं को खोजें और उसके लिए एकाग्रचित होकर सेवा भाव से काम करें।
अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने विद्यार्थियों को राष्ट्र और समाज सेवा के साथ व्यक्तित्व विकास के लिए प्रेरित किया। एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. नकुल ने अतिथियों का आभार ज्ञापित किया और डॉ. प्रीति ने मंच संचालन किया। छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर कुलवंत सिंह ने विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया। इस अवसर पर डीन प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव, डॉ. श्रुति, डॉ. सविता शर्मा, डॉ. संजय राठौर, डॉ. मोहित श्रीवास्तव और डॉ. सोहन लाल के अलावा कई अन्य शिक्षक और उत्साही वालेंटियर्स भी उपस्थित थे।