श्रीमद्भगवद गीता सिखाती है  मनुष्य को बेहतर जीवन जीना : कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा

कहा, मनुष्य को जीवन में संस्कार देने वाला विश्व में सबसे बड़ा अध्यात्मिक ज्ञान का ग्रन्थ है श्रीमद्भागवत गीता      

फरीदाबाद, 21 दिसम्बर। हरियाणा के उच्चतर शिक्षा, परिवहन और खनन विभाग के कैबिनेट मंत्री पण्डित मूलचंद शर्मा ने कहा कि श्रीमद्भगवद गीता  मनुष्य को बेहतर जीवन जीना सिखाती है। उन्होंने  ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता मनुष्य को जीवन में संस्कार देने वाला विश्व में सबसे बड़ा अध्यात्मिक ज्ञान का ग्रन्थ है। कैबिनेट मंत्री श्री मूलचंद शर्मा दो दिवसीय जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव का यज्ञ में आहुति डालते हुए  रंगारंग आगाज कर उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
कैबिनेट पण्डित मूलचंद शर्मा ने कहा कि विश्व में सबसे बड़ा अध्यात्मिक ज्ञान का ग्रन्थ श्रीमद्भागवत गीता है। यह हर मनुष्य कठिन से कठिन परिस्थितियों में गीता ग्रन्थ जीवन जीने की राह दिखाती है। अगर हम गीता के संदेशों को अपने दैनिक जीवन में ढाल लें, तो यह हमें बेहतरी की ओर लेकर जाती है। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा शुक्रवार को सेक्टर-12 कन्वेंशन सेंटर में आयोजित जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर रहे थे।  जिला स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का शुभारंभ यज्ञ हवन के साथ किया गया। इसके बाद उन्होंने सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा आयोजित गीता प्रदर्शनी व विभिन्न विभागों  तथा  सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं द्वारा लगाए गए स्टालों का उद्घाटन कर उनका बारीकी से अवलोकन भी किया।
हरियाणा के उच्चतर शिक्षा एवं परिवहन विभाग के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश भर में अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव जिला स्तर पर मनाए जा रहे है। उन्होंने अपने संबोधन में उन्होंने जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के लिए जिला प्रशासन व जिला वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के सफल आयोजन के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत गीता ग्रंथ विश्व का सबसे बड़ा आधुनिक मनुष्य जीवन शैली पर आधारित ग्रंथ है।  इस ग्रंथ के विचारों को आमजन तक पहुंचाने के लिए सरकार सराहनीय कदम उठा रही है। विश्व में श्रीमद्भागवत गीता का पहला संदेश भगवान गुरु श्री कृष्ण ने अपने शिष्य अर्जुन को गीता ग्रंथ के 18 अध्याय और 700 श्लोकों में मनुष्य के आधुनिकतम जीवन का पूरा वर्णन किया गया है।
यह मानव जीवन को स्वच्छ बनाकर निष्काम भावना से कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता ग्रंथ में आम मनुष्य के जीवन भर की समस्याओं का समाधान का पूरा वर्णन किया गया है। विश्व का यह सबसे बड़ा ग्रंथ है जहां स्वयं गुरु ने अपने शिष्य को गीता का उपदेश दिया। भारतवर्ष दुनिया की उपदेश के क्षेत्र में गुरु भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अपने शिष्य अर्जुन को दिए गए उपदेश के क्षेत्र में सबसे श्रेष्ठ भूमि है। भगवान श्री कृष्ण ने गुरु के रूप में अपने शिष्य अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था।
जब तक मानव इस धरती पर आएगा तब तक यह श्रीमद् भागवत गीता ग्रंथ का संदेश यूं ही सर्वश्रेष्ठ रहेगा। उन्होंने कहा कि दुनिया का पहला लाइव टेलीकास्ट गीता ग्रंथ से ही हुआ। मनुष्य के कर्म योग पर आधारित गीता का संदेश है। उच्चतर शिक्षा एवं परिवहन विभाग के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश और प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश में 2025 में लागू की जाने वाली  नई शिक्षा नीति युवाओं के लिए रोजगार परक शिक्षा नीति होगी। यह शिक्षा नीति युवाओं उनके कौशल विकास के अनुरूप रोजगार देने वाली होगी। हर शिक्षित युवा रोजगार देने वाला बनेगा। भाजपा के जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने जिला स्तरीय अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में अध्यक्षता करते हुए  कहा कि श्रीमद्भागवत गीता मनुष्य के जीवन की समस्याओं के समाधान का निचोड़ है। श्रीमद्भागवत गीता ग्रन्थ में मनुष्य के आधुनिक जीवन में आने वाली हर समस्या के समाधान का रास्ता मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के हर व्यक्ति को श्रीमद्भगवद्गीता  ग्रन्थ के सार का पूरा ज्ञान हो और उस ज्ञान को अपने जीवन में ढाल कर समाज के लिए काम करें। उन्होंने दैनिक जीवन में काम आने वाले श्रीमद्भागवत गीता के विभिन्न संदेशों का वर्णन करते हुए कहा कि जब भी जीवन में तनाव हो उसी समय हमें गीता के बताए मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सफल बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता हमें जीवन जीने की राह बताता है। उन्होंने अभिनंदन करते हुए कहा कि दुनिया के सभी ग्रंथों की सच्चाई पर कोई शंका नहीं है। परंतु श्रीमद भगवत गीता ग्रंथ एक मात्र ऐसी रचना है जिसमें मनुष्य के जीवन दर्शन का पूरा वर्णन किया गया है कि किस प्रकार मनुष्य विवेक के साथ अपना जीवन जी सके। एडीसी आनन्द शर्मा ने  जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर पधारे सभी महानुभावों का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा में वर्ष 2014 से लगातार हर वर्ष जिला स्तर पर और राज्य स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं। ताकि आमजन विश्व के सब मानव जीवन पर आधारित श्रीमद्भागवत गीता ग्रंथ को अपने जीवन में ढाल कर समाज के लिए काम करें। भगवत गीता ग्रंथ में स्पष्ट लिखा है जैसा कर्म करोगे वैसा ही फल भुगतोगे। अच्छे कर्म करोगे तो अच्छा भुगतान होगा और बुरे कर्म करोगे तो बुरा भुगतना पड़ेगा। एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल ने जिला प्रशासन की तरफ जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में आए हुए सभी मेहमानों का तहे दिल से स्वागत किया। सरस्वती वंदना के साथ जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि और अन्य मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर हरियाणा रेड क्रॉस वाइस चेयरमैन सुषमा गुप्ता, एसडीएम बङखल अमित मान, सीटीएम हरीराम, नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर करन सिंह भगोरिया,  मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर मुकेश वशिष्ठ, बीजेपी नेता सुखबीर मलेरना, जिला शिक्षा अधिकारी आशा दहिया, डीआईपीआरओ राकेश गौतम सहित तमाम विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे।

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