परिवार में संस्कार, संस्कृति रहेगी तभी सनातन धर्म की पुनर्स्थापना संभव : वीरेंद्र  

समाज में एकता एवं समानता का भाव जागृत करना है: गंगा शंकर मिश्र      

फरीदाबाद, 08 जनवरी। वनवासी रक्षा परिवार फाउंडेशन द्वारा समाज के वनवासी एवं कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए सहयोग करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पूर्व उद्योग मंत्री एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विपुल गोयल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। संगठन प्रभारी वीरेंद्र जी मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त कीए।

सेक्टर 11 स्थित अग्रवाल सेवा सदन के सभागार में आयोजित संस्कार परिवार मिलन कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलन से विधिवत शुभारंभ हुआ। इसके उपरांत गणेश वंदना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत हुए। महाऋषि वाल्मीकि विकास केंद्र, ज्योति विकास केंद्र, प्रभात विकास केंद्र में अध्ययनरत बालक – बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत समूहनृत्य, एकल गीत, एकल नृत्य, भजन ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संपर्क प्रमुख श्रीमान गंगा शंकर मिश्र सह,संघचालक जयकिशन गुप्ता का आशीर्वचन भी प्राप्त हुआ। मुख्य वक्ता वीरेंद्र जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि बच्चों  के साथ अभिभावकों में भी शिक्षा के साथ संस्कार के महत्व को समझने की आवश्यकता है। परिवार में संस्कार, संस्कृति रहेगी तभी सनातन धर्म की पुनर्स्थापना हो पाएगी।

वंचित, कमजोर वर्ग के उद्धार के साथ साथ दिल्ली एनसीआर में परिवारों में नैतिक शिक्षा  का प्रचार – प्रसार जरूरी है। सभी के सहयोग एवं प्रयास से परिवार में संस्कार रहेंगे तभी राम राज की परिकल्पना साकार हो पाएगी।   पूर्व उद्योग मंत्री एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विपुल गोयल ने अपने उद्बोधन में कहा कि ऐसे आयोजन का उद्देश्य समाज में एकता एवं समानता का भाव जागृत करना है।

उन्होंने सो वंचित बच्चों के भरण पोषण मे सहयोग करने के साथ – साथ उपस्थित जनों को भी तन मन धन से सहयोग करने के लिए प्रेरित भी किया।उन्होंने कहा कि वनवासी, वंचित, कमजोर वर्गों के कल्याण में सहयोग करने का संकल्प लेकर जाएं।

वनवासी रक्षा परिवार फाउंडेशन द्वारा संस्कार रक्षा परिवार योजना के अंतर्गत प्रतिदिन की जाने वाली गतिविधियों में समय-समय पर योगाभ्यास, गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप, तुलसी और गिलोय का पौधा रोपण, “स्वदेशी वस्तु” की राष्ट्रीय हित में उपयोगिता, त्रिवेणी अर्थात नीम, पीपल और बरगद के वृक्षों का रोपण तथा पोषण, अपने देश के महापुरुषों एवं अवतारी पुरुषों, सांस्कृतिक परंपराओं की ज्ञान के साथ वीर बालकों के जीवन प्रसंग का वचन, चिंतन मनन बच्चों के साथ अभिभावकों को भी करना होता है।

इस कार्यक्रम में मंचासीन संघचालक जयकिशन गुप्ता, धर्मेंद्र कौशिक, एम पी रूंगटा, अजय तिवारी, जय प्रकाश गुप्ता, हर्ष कुमार मित्तल, सुरेश कुमार मित्तल, सुरेश चंद गर्ग, सतीश कुमार बंसल, अशोक गोगिया, श्रीचंद अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल, देव प्रकाश शर्मा, वी पी सिंह, सुनील अग्रवाल, पवन कोहली, नरेश तलवार, वीरेंद्र मखीजा, रामकुमार गोयल, शंकर खंडेलवाल,सतीश गुप्ता, श्रीचंद अग्रवाल, योगेश गुप्ता, अतुल अग्रवाल, हेमंत अत्री बतौर विशिष्ठ अतिथि के रूप में सानिंध्य प्राप्त हुआ।

विष्णु गोयल कार्यक्रम का संयोजक ने मंच संचालन किया। इस आयोजन में राष्ट्रीय मंत्री एवं दक्षिणी संभाग प्रमुख श्री राम अग्रवाल  ने सभी अतिथियों स्वागत किया व संगठन के द्वारा किए गए कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी से अवगत कराया।

आर सी चौधरी, सुखबीर गोयल,  कार्यक्रम के सहसंयोजक विमल खंडेलवाल,सत्य प्रकाश शर्मा, के बी दूबे, सौरभ वशिष्ठ, शशी बंसल, जितेंद्र,प्रदीप बंसल, वनवासी रक्षा परिवार फाउंडेशन के जिला अध्यक्ष राधे श्याम बंसल, जिला उपाध्यक्ष योगेन्द्र पाल, जिला महासचिव संजय गुप्ता, जितेंद्र, सुरेंद्र वर्मा, नरेंद्र चौहान का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम  समापन के उपरांत सभी ने सामूहिक भोजन प्रशाद ग्रहण किया।

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