जीवा आयुर्वेद थाइलैंड के पहाड़ी क्षेत्र में दो आयुर्वेद सेंटर शुरू करेगा

जीवा समूह और इरिट्रीट हेल्थ एंड वैलबलिंग सेंटर के बीच हुई पार्टनरशिप

फरीदाबाद, 08 अगस्त। आयुर्वेद के क्षेत्र में अग्रणीय जीवा आयुर्वेद थाईलैंड के पहाड़ी क्षेत्र पाक थोंग चाई और उत्तरी वन क्षेत्र चियांग माई में पहले दो सेंटर्स स्थापित करेगा। जीवा समूह के अध्यक्ष ऋषि पाल चौहान ने मंगलवार को सेक्टर-21बी स्थित जीवा स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इरिट्रीट हेल्थ एंड वैलबलिंग सेंटर के साथ पार्टनरशिप की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जीवा आयुर्वेद और इरिट्रीट के बीच यह परस्पर सहयोग समग्र स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान, ध्यान और चेतना की परिवर्तनकारी शक्ति को एक साथ लाता है। इस विस्तार के माध्यम से, जीवा आयुर्वेद दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में आयुर्वेदिक पद्धतियों और उत्पादों का प्रसार करेगा ।

जिससे जनता को स्वस्थ और अधिक समग्र स्वास्थ्य प्रबंधन समाधान उपलब्ध होंगे। श्री चौहान ने कहा कि यह सहयोग स्वास्थ्य देखभाल में आयुर्वेद की परिवर्तनकारी क्षमता के बारे में वैश्विक जागरूकता को एक नई दिशा प्रदान करने के हमारे मिशन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। आयुर्वेद, माइंडफुलनेस और ध्यान का महत्व और समग्र स्वास्थ्य के कल्याण को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका को पहचानने से निस्संदेह दुनिया भर के लोगों के लिए एक स्वस्थ और सामंजस्यपूर्ण भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा। कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा वह आयुर्वेद के पारंपरिक ज्ञान और ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति को बढ़ावा देने हेतु संयुक्त प्रयास के लिए जीवा आयुर्वेद और इरिट्रीट को बधाई देते है। भारत व्यापक वैश्विक जन-कल्याण के लिए आयुर्वेद के विशाल ज्ञान को साझा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

आयुष मंत्रालय की स्थापना के बाद से हमारा उद्देश्य पारंपरिक चिकित्सा को अधिक लोगों तक पहुंचाने, ज्ञान प्रदान करने और इसकी वैश्विक पहुंच को बढ़ावा देने में उत्प्रेरक के रूप में काम करना रहा है। इस तरह के अनूठे पहल के माध्यम से, हमारा लक्ष्य दुनिया को आयुर्वेद और ध्यान की वास्तविक क्षमता का एहसास कराने में सक्षम बनाना है, जिससे अंतत: एक स्वस्थ और अधिक संतुलित दुनिया का मार्ग प्रशस्त होगा। इरिट्रीट के संस्थापक मोंक ड्यूक ने संयुक्त उद्यम की सराहना करते हुए कहा कि जीवा आयुर्वेद के साथ हमारा सहयोग वैश्विक मानसिक कल्याण के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

आयुर्वेद के प्राचीन और अद्भुत ज्ञान तथा शांति एवं ध्यान की पद्धतियों को मिलाकर हम आंतरिक शांति और आत्म-खोज को बढ़ावा देने की दिशा में आज हम एक छलांग लगा रहे हैं। इस अवसर पर प्रसिद्ध आध्यात्मिक, टीवी व्यक्तित्व और वरिष्ठ राजयोग ध्यान शिक्षिका, बहन बीके शिवानी ने इस पहल की सराहना की और कहा कि जीवा आयुर्वेद और इरिट्रीट के बीच यह सहयोग समग्र वैलनेस की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान और इरिट्रीट की परिवर्तनकारी ध्यान प्रथाओं का एकीकरण व्यक्तियों को आंतरिक शांति प्राप्त करने और उनके जीवन में सकारात्मक सोच विकसित करने के लिए सशक्त बनाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू आर्थिक मंच के स्वामी विज्ञानानंद जी ने कहा कि जीवा आयुर्वेद और इरिट्रीट का गठबंधन वैश्विक शांति और खुशहाल जीवन प्राप्त करने की दिशा में एक कदम है। यह पहल योग और वेदांत के आदर्शों का प्रतीक है, जो दुनिया भर के व्यक्तियों के लिए आत्म-साक्षात्कार का मार्ग प्रशस्त करती है।

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